हिन्दी मेरी देवकी है, अंग्रेजी मेरी यशोदा। मारवाड़ी मेरी दादी-माँ है, बंगाली मेरी मासी-माँ। संस्कृत मेरी बड़ी दादी माँ हैं। इन्होंने सभी ने अपने अपने ढंग से मेरा पोषण किया है और मेरे लिए यह सभी अति-महत्वपूर्ण हैं। भारत की और विश्व की अन्य सभी भाषाएं भी मेरी मासी-माँ* हैं। मैं उनमे से कई को… Continue reading मेरी कई माँ हैं
Category: लेख
अनन्त आकाश गर्भ
एक जगह है – जहाँ न हिन्दी है न अंग्रेज़ी – न शब्द न अक्षर| ध्वनि का गर्भ है ये| देश, संस्कृति, धर्म, विचार के पहले का अनन्त आकाश गर्भ …